Sant Nirankari Mission distributes 150 Nikshay nutrition kits to TB patients

संत निरंकारी मिशन द्वारा टीबी रोगियों को 150 निक्षय पोषण किटों का वितरण

Sant Nirankari Mission distributes 150 Nikshay nutrition kits to TB patients

Sant Nirankari Mission distributes 150 Nikshay nutrition kits to TB patients

Sant Nirankari Mission distributes 150 Nikshay nutrition kits to TB patients-  चंडीगढ़ / पंचकुला / कांगड़ाI सतगुरु माता सुदीक्षा जी महाराज के मार्गदर्शन में जिला कांगड़ा स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के सभागार में आयोजित कार्यक्रम में की संत निरंकारी मंडल की  स्थानीय इकाई के प्रतिनिधियों ने जिला उपायुक्त को 50 टीबी रोगियों को 3 महीने के लिए 150 निश्चय पोषण किटें प्रदान की।     

जिला उपायुक्त हेमराज बैरवा ने संत निरंकारी मिशन द्वारा किए गए इससे योग के लिए सद्गुरु माता सुदीक्षा जी महाराज स्थानीय इकाई के प्रबंधकों का विशेष आभार धन्यवाद किया। उन्होंने मिशन दोबारा किए गए इस पुनीत कार्य के लिए भी उनकी सराहना की उन्होंने कहा कि निरंकारी मिशन के श्रद्धालु सदैव सामाजिक कार्यों में बढ़-चढ़कर भाग लेते हैं तथा समाज को सहयोग देने में इनकी जितनी प्रशंसा की जाए  कम है।निरंकारी मिशन के इस पहल को समाज सेवा का अनुकरणीय उदाहरण बताया।

 उन्होंने कहा कि इस पहल से टीबी रोगियों को न केवल पोषण बल्कि मानसिक और सामाजिक सहयोग भी मिलेगा। डीसी ने स्वयं टीबी रोगियों को पोषण किटें वितरित कीं।संत निरंकारी मिशन ने न केवल टीबी मुक्त भारत अभियान को मजबूती दी है, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश भी दिया

उन्होने कहा कि इस पहल से संत निरंकारी मिशन ने न केवल टीबी मुक्त भारत अभियान को मजबूती दी है, बल्कि समाज में एक सकारात्मक संदेश भी दिया है। उन्होंने कहा कि निक्षय मित्रों के द्वारा की जा रही यह पहल न केवल टीबी मरीजों के जीवन को बेहतर बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है, बल्कि समाज को भी इस बीमारी के प्रति अपनी सोच बदलने के लिए प्रेरित करती है। उन्होंने बताया कि स्वास्थ्य विभाग की ओर से टीबी रोगियों को निक्षय पोषण योजना के तहत प्रतिमाह एक हजार रुपये दिए जाते हैं। मिशन समय-समय पर रोगियों से संपर्क कर उनके स्वास्थ्य बारे जानकारी लेगा और उनके शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करेगा।

जिला स्वास्थ्य अधिकारी और क्षय रोग जिला कार्यक्रम अधिकारी डॉ. राजेश सूद ने कहा कि टीबी केवल एक मेडिकल समस्या नहीं बल्कि सामाजिक समस्या भी है। उन्होंने इस बीमारी से जुड़ी भ्रांतियों और भेदभाव पर चिंता व्यक्त की और कहा कि इन कारणों से कई मरीज असामयिक मृत्यु का शिकार हो जाते हैं। उन्होंने स्पष्ट किया कि टीबी का इलाज शुरू होने के बाद मरीज संक्रामक नहीं रहता और उसे अलग रहने की जरूरत नहीं होती।

इस अवसर पर संत निरंकारी मिशन से जोनल इंचार्ज डॉ. के.सी धीमान जी और  क्षेत्रीय संचालक तिलक राज डोगरा जी  और दाड़ी ब्रांच संयोजक रूपा गुरंग जी विशेष रूप से उपस्थित रहे।